दिल्ली पुलिस एवं PETA इंडिया, जब्त की गयी उन 50 से अधिक स्पाइक्ड बिट्स (मुंह की नुकीली लगाम) को परदर्शित करेंगे जिनका उपयोग शादियों में इस्तेमाल होने वाले घोड़ों को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है।

Posted on by Surjeet Singh

दिल्ली पुलिस की मदद से पीपल फॉर द एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ़ एनिमल् (PETA)  इंडिया ने पूरे शहर में स्पाइक बिट्स (मुंह की नुकीली लगाम) के अवैध इस्तेमाल के खिलाफ एक प्रवर्तन अभियान चलाया है, “प्रिवेंशन ऑफ़ क्रुएलिटी टू ड्राट एंड पैक नियम -1965” के नियम 8 के तहत प्रतिबंधित होने के बावजूद, शादियों तथा सवारी हेतु इस्तेमाल होने वाले घोड़ों को नियंत्रित करने के लिए यह नोकवाली मुंह की लगाम व्यापक स्तर पर गैर कानूनी तरीकों से इस्तेमाल हो रही है।

PETA इंडिया ने घोड़ों से जुड़े 50 से अधिक मामलों में हस्तक्षेप करते हुए प्रतिबंधित स्पाइक बिट्स (नुकीली लगाम) को अवैध रूप से इस्तेमाल कर रहे कई घोड़े मालिकों के खिलाफ शिकायत दर्ज की जिसके बाद इन स्पाइक बिट्स को सादा लगाम से बदल दिया गया। PETA इंडिया एवं दिल्ली पुलिस के इस संयुक्त जागरूकता अभियान के तहत, जनता को जागरूक करने के लिए इनका इस्तेमाल गैर कानूनी है, जब्त की गयी इन 50  स्पाइक बिट्स को मोतीनगर पुलिस स्टेशन में प्रदर्शित किया गया ।

PETA इंडिया स्पाइकड बिट्स के इस्तेमाल को समाप्त करने के लिए कार्यवाही कर रहा है। समूह ने पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय को पत्र भेजकर इस यातना भरी लगाम के उपयोग के खिलाफ कानून को सख्ती से लागू करने तथा “प्रिवेंशन ऑफ़ क्रुएलिटी टू ड्राट एंड पैक नियम-1965” के नियम 8 में संशोधन करते हुए लगाम के निर्माण तथा बिक्री पर भी प्रतिबन्ध लगाने का आग्रह किया था। समूह ने Amazon.in को भी पत्र लिख कर कहा है कि वो इस प्रतिबंधित लगाम को अपनी ई-कॉमर्स साईट से हटा दें। PETA इंडिया के नए वीडियो (यँहा देखा जा सकता है), जिसमे दूल्हा व दुल्हन से संकल्प लेने के लिए कहा गया है कि वो अपने विवाह या अन्य समरोह में जानवरों अथवा घोड़ों के शोषण की बजाए किसी ऐतिहासिक कार, मोटरसाइकिल या अन्य वाहन का उपयोग करें।

शादी में घोड़ों का इस्तेमाल एक पुरानी परम्परा है जो अब उतना तर्कसंगत नहीं लगता। आप संकल्प लें की आप शादी हेतु घोड़े की जगह किसी क्रूरता मुक्त वाहन का इस्तेमाल करेंगे।

शादियों में कभी भी घोड़ों का उपयोग न करने की शपथ लें